Thursday, January 20, 2011

भोपाल: नोटों पर सोते हैं मध्य प्रदेश के सरकारी अफसर


भोपाल: बीमारू राज्य मध्य प्रदेश में सरकारी अफसरों के बैंक लॉकर नकदी और सोने से ठसाठस भरे हुए हैं। यहां के एक आईएएस दंपती के पास 25 फ्लैट और 400 एकड़ जमीन है।
एक मिडल लेवल इंजीनियर की पत्नी के पास तीन मकान हैं और उनके बैंक लॉकर से 10 किलो सोना मिला है। और जब भी आयकर विभाग के अधिकारी छापा मारते हैं तो इतनी नकदी मिलती है कि उसे गिनने के लिए काउंटिंग मशीन मंगवानी पड़ती है। 

इस हफ्ते आयकर विभाग ने लोकायुक्त और राज्य सरकार को दो रपटें सौंपी हैं जिनमें इन छापों के बारे में जानकारी दी गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईएएस दंपती अरविंद और टीनू जोशी के आधिकारिक आवास पर 4 फरवरी 2010 को मारे गए छापे में 360 करोड़ की संपत्ति का पता चला है। इस छापे में बड़ी मात्रा में नकदी और विदेशी मुद्रा बरामद हुई जिसे हाथों से गिनना संभव नहीं था और काउंटिंग मशीनें मंगवाई गईं। मशीन से गिनती में 3 करोड़ रुपये की नकदी और 7 लाख रुपये विदेशी मुद्रा का पता चला। एक सूटकेस में 67 लाख रुपये की कीमत का सोना भी बरामद हुआ।

छापे में जब्त कागजात से पता चला कि 1979 में आईएस बने इन मध्य प्रदेश काडर के अफसर दंपती ने 25 फ्लैट खरीदे हैं। इस परिवार ने जीवन बीमा पॉलिसी के प्रीमियम के रूप में 3.5 करोड़ रुपये दिए, 274 करोड़ रुपये की सट्टेबाजी की और 3 करोड़ रुपये कुछ शेयरों में लगाए। छापे के बाद इस दंपती को सस्पेंड कर दिया गया।

पिछले सोमवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसरों ने एक पीडब्ल्यूडी इंजीनियर अशोक कुमार जैन की बीवी के नाम पर दो बैंक लॉकर खुलवाए तो उसमें 7.8 किलो सोना (ज्यादातर छड़ें) और 1.6 करोड़ रुपये नकदी बरमद हुए। एक साल पहले तक नरसिंहपुर जिले में तैनात इस इंजीनियर की सैलरी 20 हजार रुपये महीने थी। अशोक जैन पर आय से अधिक संपत्ति का केस चलाया जा रहा है।

साढ़े तीन साल पहले स्वास्थ्य घोटाले में पड़े छापों में और चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। पूर्व स्वास्थ्य निदेशक योगराज शर्मा के घर पर वॉशिंग मशीनें, अलमारियां, रजाइयां, चादरों, तकियों और मसाले के डब्बे भी नोटों से अटे पड़े थे। शर्मा का परिवार नोटों से भरे गद्दों पर सोता था। मशीनों से हुई नोटों की गिनती में 1.75 करोड़ रुपये भारतीय नोट और 6 लाख की विदेशी मुद्रा का पता चला। 

No comments:

Post a Comment