Saturday, May 28, 2011

बालाघाट: आदिवासी लड़कियों को दिल्ली में बेचते थे

बालाघाट । बालाघाट पुलिस ने आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली में बेचने और उनका यौन शोषण करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक महिला सहित गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।


पुलिस सूत्रों के अनुसार, लगभग डेढ़ माह पहले कोयलीखेडा निवासी एक महिला ने अपनी लड़की के गायब हो जाने की सूचना दी थी। उसने अपनी लड़की के गायब होने के लिए पास ही रहने वाली ऊषा बाई पर शक जताया था। पुलिस ने जब ऊषा बाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो इस मामले के तार एक अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ते नजर आए। यह गिरोह आदिवासी लड़कियों को नौकरी दिलाने का लालच देकर नई दिल्ली ले जाता था और वहां उन्हें बेच देता था।

पुलिस ने इस संबंध में दिल्ली के सुभाष नगर में इस गिरोह के कार्यालय पर छापा मारकर झारखंड निवासी अर्जुन नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ऊषा बाई की निशानदेही पर कोयलीखेडा निवासी गांधी कुमार तथा सुग्रीव को भी गिरफ्तार कर लिया।

गिरोह के तार बालाघाट जिले के आदिवासी बहुल इलाके के साथ-साथ छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड तक फैले हुए थे। पुलिस को उक्त गिरोह के जाल में फंसी लगभग 60 लड़कियों के बारे में पता चला है। इनमें बालाघाट जिले की सात लड़कियां शामिल हैं। इन युवतियों में झनिया, श्यामवती, उर्मिला, राधा, हिरोता, सावित्री तथा कौशल्या शामिल हैं। पुलिस इन सभी को मुक्त कराकर बालाघाट लाई है।

सूत्रों के अनुसार, गिरोह के बारे में आगे जानकारी प्राप्त करने के लिए पुलिस का दल नई दिल्ली भेजा गया है।

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